पैसा नहीं है, फिर भी लॉकडाउन के बाद शुरू कर सकते हैं अपना बिजनेस, जानिए कैसे..



पूरी दुनिया में कोरोना के चलते हाहाकार मचा हुआ है। जहां एक तरफ लोग महामारी से परेशान हैं तो वहीं दूसरी ओर लोगों को लॉकडाउन के चलते नौकरी जाने का डर सता रहा है। इस संकट के समय में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है। इसका कारण ये है कि सरकार आपकी हर तरह से सहायता करने के बारे में सोच रही है।

बता दें कि मुसीबत के समय में सरकार फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका दे रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए आप लॉकडाउन के बाद अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। मुद्रा योजना के तहत सरकार ऐसे लोगों को 10 लाख रुपये तक का लोन देती है जो खुद का बिजनेस शुरू करने की चाह रखते हैं। हां एक बात और बता दें कि ये लोन छोट किस्म के बिजनेस के लिए ही दिए जाते हैं।



जानें कैसे ले सकते हैं लोन

मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत हर वैसा व्‍यक्ति लोन ले सकता है जिसके नाम कोई कुटीर उद्योग है या जिसके पास पार्टनरशिप के दस्‍तावेज हैं। इस लोन को लेने के लिए आपको सरकारी या प्राइवेट बैंक की ब्रांच में जाना होगा। बैंक अधिकारी से मिलकर लोन के लिए आवेदन करना होगा।

कर्ज देने से पहले बैंक आपसे मकान के मालिकाना हक या किराये के दस्तावेज मांगेगे। साथ ही आधार कार्ड की मांग भी की जाएगी। बता दें कि सरकार कि तरफ से लोन लेने की प्रक्रिया बहुत सरल है। आधार कार्ड धारकों को बड़े ही आसानी से कुछ मिनटों में लोन दिया जा रहा है।



यहां से ले सकते हैं लोन

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत किसी भी सरकारी बैंक, ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक, प्राइवेट बैंक या विदेशी बैंकों से लोन लिया जा सकता है। आरबीआई ने 27 सरकारी बैंक, 17 प्राइवेट बैंक, 31 ग्रामीण बैंक, 4 सहकारी बैंक, 36 माइक्रो फाइनेंस संस्थान और 25 गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को मुद्रा लोन बांटने के लिए अधिकृत किया गया है।


ये लोग ले सकते हैं लोन

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सिर्फ छोटे व्‍यापारियों और कारोबारियों के लिए है। जैसे.....

- छोटी असेंबलिंग यूनिट
- सेवा क्षेत्र की इकाइयां
- दुकानदार, फल/सब्जी विक्रेता
- ट्रक परिचालक
- खाद्य-सेवा इकाइयां
- मरम्मत की दुकानें
- मशीन परिचालन
- लघु उद्योग
- दस्तकार
- फूड प्रोसेसिंग यूनिट

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