विश्व का एकमात्र अस्पताल जहां 302 कोरोना पीड़ित महिलाओं की डिलवरी



14 अप्रैल से लेकर 14 जून की सुबह (दो माह) तक नायर अस्पताल में कुल 302 महिलाओं की डिलवरी हुई। इसमें एक महिला के तीन बच्चे सहित जुड़वा बच्चे भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार एक ही अस्पताल में 302 कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला की डिलवरी होने का यह विश्व में एक मात्र उदाहरण है।

मुंबई. कोरोना काल में कोरोना पीड़ित गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। जन्म लेने वाले किसी भी बच्चों को कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। 14 अप्रैल से 14 जून तक कुल 302 महिलाओं ने कुल 306 बच्चों को जन्म दिया है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं।

नवजात शिशु व बालरोग चिकित्सा विभाग के प्रमुख डाॅक्टर सुषमा मलिक, प्रसूतिशास्त्र विभाग के समन्वयक (Nodal Officer For Covid Maternity) प्रो. डॉक्टर नीरज महाजन और एनेस्थेटिस्ट विभाग के प्रमुख डॉक्टर चारुलता देशपांडे के के अनुसार अप्रैल माह में कोरोना अस्पताल घोषित नायर अस्पताल में 14 अप्रैल को पहली कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला की बिना किसी परेशानी के डिलवरी हुई। तब से लेकर 14 जून की सुबह (दो माह में) नायर अस्पताल में कुल 302 महिलाओं की डिलवरी हुई। इसमें एक महिला के तीन बच्चे सहित जुड़वा बच्चे भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार
एक ही अस्पताल में 302 कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला की डिलवरी होने का यह विश्व में एक मात्र उदाहरण है।

63 प्रतिशत नॉर्मल और 37 प्रतिशत सिजेरियन डिलवरी

302 डिलवरी में से 189 डिलवरी (63 प्रतिशत ) नॉर्मल हुई। और बाकी 113 डिलवरी (37 प्रतिशत ) सिजेरियन डिलवरी हुई। 302 महिलाओं में से 254 को डिस्चार्ज कर दिया गया है।

डॉक्टरों और परिचारिकाओं सहित 75 कर्मचारियों की मेहनत

बीएमसी प्रशासन का कहना है कि पिछले दो महीने से निरंतर प्रसूति विभाग की डॉक्टर अरुंधती तिलवे, डॉक्टर चैतन्य गायकवाड, डॉक्टर अंकिता पांडे और परिचारिका सिस्टर रुबी जेम्स, सिस्टर सुशिला लोके, सिस्टर रेश्मा तांडेल सहित तकरीब 75 मेडिकल कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। नवजात शिशु व बालरोग चिकित्सा विभाग की डॉक्टर पूनम वाडे, डॉक्टर संतोष कोंडेकर और परिचारिका सिस्टर सीमा चव्हाण, सिस्टर रोजलीन डिसूजा आदि की मेहनत से यह कार्य हो पाया। अस्पताल के डीन मोहन जोशी ने इस कार्य के लिए तीनों विभाग के सभी डॉक्टरों, परिचारिका, वॉर्डबॉय सहित कोरोना की समन्वयक डॉक्टर सारिका पाटिल और डॉक्टर सुरभी राठी का अभिनंद किया।

10 नवजात बच्चों की जांच पॉजिटिव, पर लक्षण नहीं

मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना पीड़ित मां से पैदा नवजात शिशु की कोरोना जांच की जाती है। इसके तहत पिछले 2 माह में जन्मे 306 बच्चों में से 10 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। परंतु उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए। डिस्चार्ज करने से पहले की गई जांच में निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया।

 

नवजात शिशु की मां से नियमों का कड़ाई से पालन

अस्पताल में भर्ती प्रत्येक मां को सैनेटाइजर की बोतल,साबुन,मास्क बाबी नियमित दिया जा रहा है। मां प्रथिनयुक्त और पोषक नाश्ता और भोजन दिया जा रहा है। बच्चों को भी पोषण आहार दिया जा रहा है।

डिलवरी को लेकर रिसर्च पेपर का लेखन

नायर अस्पताल में 302 कोरोना माताओं की डिलवरी उपलब्ध जानकारी के अनुसार मेडिकल क्षेत्र की पहली उपलब्धि है। इसका डॉक्युमेंटेशन करने के लिए मेडिकल रिसर्च पेपर का काम जारी है।

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